10/15/2012


     कुछ दिनों का है सफर, ये भी गुज़र जायेगा...
लम्हा-लम्हा दोस्तों तुम्हारे साथ बिताया, बेहद याद आयेगा...
 
कुछ खोया, कुछ पाया,कभी हंसा तो कभी अपनों ने भी रुलाया...
बदलते वक्त के हर पहर ने दोस्तों, बखूबी जिंदगी जीना सिखाया...

    कोई गिला है कोई शिकवा है दोस्तों तुमसे...
    बस बदलते वक्त ने अब रुख बदलने को कहा है...

                                    क्योंकि

         कुछ दिनों का है सफर, ये भी गुज़र जायेगा...
लम्हा-लम्हा दोस्तों तुम्हारे साथ बिताया, बेहद याद आयेगा...

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